
अलीगढ भारत में कई वर्षों से जाती पाती में भेदभाव देखने को मिलता है। इसी भेदभाव की वजह से दलित और पिछड़ी जातियों को सवर्ण समाज की अनदेखी झेलनी पड़ती है। जिसकी वजह से गांव और शहरों में दलित समाज की बेटियों की बारात जब निकलती है तो सवर्ण समाज के द्वारा निकलने नहीं दिया जाता, और कई जगह पर तनाव की स्थिति पैदा हो जाती है
भारत में बहुत से शहरों एवं गांवों में दलित समाज की बारातों पर हमला होते हुए देखा गया है। कई शहरों और गांव में तो बारातियों को बंधक बनाकर मारपीट की घटना भी सामने आती रही है। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री जी के द्वारा सब का सम्मान एक समान के तहत अलीगढ़ तहसील इगलास के गांव नोगवा में एक अनूठी पहल कायम की गई, इस पहल के तहत गांव में दलित समाज की बेटी की बारात निकली तो ठाकुर समाज के लोगों ने बारातियों का भव्य स्वागत किया, बदलते भारत की तस्वीर इस अनूठी पहल से साफ देखने को मिली है।
पूरा मामला अलीगढ़ के तहसील इगलास के गांव नोगवा का है। यहां गांव के रहने वाले एक दलित परिवार की बेटियों की शादी की बारात गाँव मे आई, तो बारात चड़त के समय गांव के रहने वाले ठाकुर समाज के लोगों ने बारातियों का स्वागत भव्य तरीके से किया। गांव के रहने वाले एक दलित समाज के परिवार ने अपनी दो बेटियों की शादी एक साथ तय की थी। बेटियों की शादी की बारात जब एक साथ गांव के मुख्य मार्गो से निकली तो गांव के रहने वाले ठाकुर समाज के लोगों ने बारातियों का स्वागत बड़े ही भव्य रूप से किया। इस अनूठी पहल को देखकर सभी बारातियों ने अपनी खुशी जाहिर की, बारातियों का स्वागत करने वाले शिव जादौन ने बताया कि हमारे देश में बहुत वर्षों से जाति पाती में भेदभाव किया जाता रहा है। इसी भेदभाव को दूर करने के उद्देश्य से आज हमने दलित समाज की बेटियों की बारात का स्वागत किया है। जिससे सभी को संदेश मिले की जाती पाती से बढ़कर इंसानियत सबसे बड़ी है। जब भारत के प्रधानमंत्री जी सभी का एक समान सम्मान करते हैं तो हम भारतीय होने के नाते जाति पाती में भेदभाव क्यों करें, शिव जादौन कि इस अनूठी पहल से गांव के लोगों ने जमकर प्रशंसा की, बारातियों ने गांव के लोगों का अभिवादन व्यक्त किया।